| शब्द का अर्थ | 
					
				| नवी					 : | स्त्री०=नोई (बछड़े के गले में बाँधने की रस्सी)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) वि० [फा०] १. नवीन। २. आधुनिक। ३. पाश्चात्य। | 
			
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				| नवीन					 : | वि० [सं० नव+ख–ईन] [भाव० नवीनता] १.जो अभी का या थोड़े समय का हो। नया। नूतन। नया। ‘प्राचीन’ का विपर्याय। २. जो पहले-पहल या मूल रूप मे बना हो। जैसे–नवीन आदर्श। ३. अपूर्व और विचित्र या विलक्षण। अनोखा। ४. तरुण। नवयुवक। | 
			
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				| नवीनता					 : | स्त्री० [सं० नवीन+तल्–टाप्] नया होने की अवस्था या भाव। नूतनता। | 
			
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				| नवीनीकरण					 : | पुं० [सं० नवीन+च्वि, ईत्व√कृ (करना)+ल्युट्–अन] १. नवीन रूप देने की क्रिया या भाव। २. किसी चीज या बात की अवधि समाप्त होने पर उसे फिर से नियमित तथा वैध नया रूप देना या उसकी अवधि बढ़ाना। (रिन्यूअल)। | 
			
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				| नवीस					 : | वि० [फा०] समस्त पदों के अंत में, लिखनेवाला। लिपिक। जैसे–अर्जी नवीस। | 
			
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				| नवीसी					 : | स्त्री० [फा०] लिखने की क्रिया या भाव। लिखाई। | 
			
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