| शब्द का अर्थ | 
					
				| नाठ					 : | पुं० [सं० नष्ट, प्र० नट्ठ] १. नाश। ध्वंस। २. अभाव। कमी। ३. ऐसी संपत्ति, जिसका कोई अधिकारी या स्वामी न रह गया हो। मुहा०–नाठ पर बैठना=ऐसी संपत्ति का अधिकार पाना, जिसका कोई स्वामी न रह गया हो। | 
			
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				| नाठना					 : | स० [सं० नष्ट, प्रा० नष्ट] नष्ट करना, ध्वस्त करना। अ० नष्ट होना। अ० दे० ‘नटना’। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| नाठा					 : | पुं० [हिं० नाठ] वह जिसके आगे-पीछे कोई वारिस न रह गया हो। पुं० [सं० नासिका] नाक।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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