| शब्द का अर्थ | 
					
				| नादार					 : | वि० [फा०] [भाव० नादारी] जिसके पास कुछ न हो। परम निर्धन। कंगाल। पुं० गंजीफे के खेल में; बिना रंग या बिना मीर की बाजी। | 
			
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				| नादारी					 : | स्त्री० [फा०] ‘नादार’ होने की अवस्था या भाव। निर्धनता। गरीबी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |