| शब्द का अर्थ | 
					
				| निज					 : | वि० [सं० नि√जन् (उत्पत्ति)+ड] १. किसी की दृष्टि से स्वयं उसका। पद–निज की=निजी। २. प्रधान। मुख्य। ३. ठीक। यथार्थ। अव्य० १. निश्चित रूप से। २. पूरी तरह से। ३. विशेष रूप से। ४. अंत में। उदा०–आई उघरि कनक कलई सी, दे निज गए दगाई।–सूर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजकाना					 : | अ० [फा० निजदीक] नजदीक या निकट पहुँचना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजकारी					 : | स्त्री० [हिं० निज+कर] १. ऐसी फसल जिसका कुछ अंश दूसरों को बाँटना भी पड़ता हो। २. वह जमीन जिसमें उत्पन्न वस्तु का कुछ अंश लगान के रूप में लिया या दिया जाता था। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजता					 : | स्त्री० [सं० निज+तल–टाप्] ‘निज’ का भाव। निजत्व। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजन					 : | वि०=निर्जन (जन-रहित)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजरि					 : | स्त्री०=नजर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजा					 : | पुं० [अ० निजाअ] झगड़ा। विवाद। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजाई					 : | वि० [अ०] जिसके विषय में दो पक्षों में कोई झगड़ा या विवाद चल रहा हो। जैसे–निजाई-जमीन, निजाई-जायदाद। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजात					 : | स्त्री०=नजात (छुटकारा या मोक्ष)। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजाम					 : | पुं० [अ० निज़ाम] १. प्रबंध। व्यवस्था। २. प्रबंध या व्यवस्था का क्रम। ३. किसी प्रकार का चक्र या मंडल। ४. ब्रिटिश तथा मराठा शासन-काल में हैदराबाद (दक्षिण) के शासकों की उपाधि। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजामशाही					 : | पुं० [अ+फा०] १. निजाम का शासन। २. मध्ययुग में, निजामाबाद आंध्र में बननेवाला एक प्रकार का बढ़िया कागज। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजी					 : | वि० [सं० निज] १. किसी की दृष्टि से स्वयं उससे संबंध रखनेवाला। निज का। जैसे–निजी बात। २. किसी विशिष्ट वर्ग के लोगों से ही संबंधित। जिससे औरों का कोई संबंध न हो। जैसे–वह दोनों भाइयों का निजी झगड़ा है। ३. अपने अधिकार में होनेवाला। व्यक्तिगत (सार्वजनिक से भिन्न)। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजी सहायक					 : | पुं० [सं०] वह सहायक जो किसी उच्च अधिकारी या बड़े आदमी के वयक्तिगत कार्यों में हाथ बँटाता हो। (पर्सनल असिस्टेन्ट) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजु					 : | अव्य० [?] निश्चित रूप से। निश्चयपूर्वक। उदा०–निजु ये अविकारी, सब सुखकारी।–केशव। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजू					 : | वि०=निजी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजूठा					 : | वि० [हिं० नि+जूठा] [स्त्री० निजूठी] १. (खाद्य पदार्थ) जिसे किसी ने जूठा न किया हो। २. (उक्ति, भावना या विचार) जो पहले किसी को न सूझा हो या जो पहले किसी के मुख से न निकला हो। उदा०–कवि की निजूठी कल्पना सी कोमल। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निजोर					 : | वि० [हिं० नि+फा० जोर] जिसमें जोर या शक्ति न हो। अशक्त। दुर्बल।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| निज्ज					 : | वि०=निज (निजी)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |