शब्द का अर्थ
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निपात :
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पुं० [सं० नि√पत्+घञ्] [वि० नैपातिक] १. नीचे गिरने की अवस्था, क्रिया या भाव। पतन। २. अधःपतन। ३. विनाश। ४. मरण, मृत्यु। ५. नहाने का स्थान। स्नानागार। (कौ०) ६. भाषा-विज्ञान और व्याकरण में; ऐसा शब्द जो व्याकरण के नियमों के अनुसार न बने होने पर भी प्रायः शुद्ध माना जाता हो। ७. अव्यय (शब्द)। वि०=निपत्र (पत्र-हीन)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
निपातक :
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पुं० [सं०-पातक प्रा० स०] दूषित या बुरा कर्म। पाप। |
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निपातन :
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पुं० [सं० नि√पत्+णिच्+ल्युट्–अन] १. गिराने की क्रिया या भाव। २. ध्वंस। विनाश। ३. मार डालने या वध करने की क्रिया या भाव। हत्या। |
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निपातना :
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स० [सं० निपातन] १. काट या मारकर अथवा और किसी प्रकार नीचे गिराना। २. ध्वस्त या नष्ट करना। |
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निपातित :
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भू० कृ० [सं० नि√पत्+णिच्+क्त] १. गिराया हुआ। २. नष्ट या वध किया हुआ। ३. अनियमित रूप से बना हुआ। |
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निपाती (तिन्) :
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वि० [सं० निपात+इनि] १. गिराने या फेंकनेवाला। २. ध्वस्त या नष्ट करनेवाला। ३. मार गिरानेवाला। पुं० महादेव। शिव। वि०=निपत्र (बिना पत्रों का)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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