| शब्द का अर्थ | 
					
				| नीस					 : | पुं० [?] सफेद धतूरा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| नीसक					 : | वि०=निःशक्त।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) अव्य०=निश्शंक। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| नीसरणी					 : | स्त्री०=निसेनी (सीढ़ी)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| नीसाण					 : | पुं०=निशान।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| नीसानी					 : | स्त्री० [?] एक प्रकार का छंद जिसके प्रत्येक चरण में २३ मात्राएँ होती हैं और १३वीं और १॰वीं मात्रापर विराम होता है। स्त्री०=निशानी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| नीसार					 : | पुं०=नीशार।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| नीसू					 : | पुं० [?] जमीन पर गड़ा हुआ लकड़ी की ठीहा जिस पर रखकर गन्ना, चारा आदि काटा जाता है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |