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			| शब्द का अर्थ |  
				| नृ-सिंह					 : | पुं० [सं० कर्म० स०] वह जो मनुष्यों में उसी प्रकार प्रधान और श्रेष्ठ हो, जिस प्रकार पशुओं में सिंह होता है। सिंह जैसे पराक्रम वाला व्यक्ति। २. पुराणानुसार विष्णु का चौथा अवतार जो आधे मनुष्य और आधे सिंह के रूप में हुआ था। विशेष-विष्णुका यह रूप भक्त प्रह्लाद की रक्षा करने के लिए हुआ था,और इस अवतार में उन्होंने राक्षसों के राजा हिरण्यकश्यप को मारा था। ३. कामशास्त्र में एक प्रकार का आसन या रति-बंध। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |