| शब्द का अर्थ | 
					
				| नेवर					 : | पुं० [सं० नूपुर] १. पैरों में पहनने का नूपुर नाम का गहना। पैंजनी। २. घुँघरू। ३. घोड़ों के पैर में होनेवाला वह घाव जो दूसरे पैर की रगड़ या ठोकर से होता है। क्रि० प्र०-लगना। वि० [सं० निर्बल] १. कमजोर। २. खराब। बुरा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| नेवरना					 : | अ० [सं० निवारण] निवारण होना। दूर होना। स० १. निवारण करना। २. निपटाना। भुगताना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| नेवरा					 : | पुं० [देश०] लाल कपड़े की वह खोली जो झारी पर चढ़ाई जाती है। पुं०=नेवला।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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