| शब्द का अर्थ | 
					
				| पँवर					 : | स्त्री०=पँवरी। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पँवरना					 : | अ० [सं० प्लवन] १. पौंडना या तैरना।। २. गहराई की थाह लेना या पता लगाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) अ० [हिं० पँवारना का अ०] पँवारा या फेंका जाना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पँवरि					 : | स्त्री०=पँवरी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पँवरिया					 : | पुं० [हिं० पँवाड़ा] पुत्र-जन्म आदि अवसरों पर मंगल गीत गानेवाला याचक। पुं०=पौरिया। (द्वारपाल)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पँवरी					 : | स्त्री० [हिं० पाँव] पाँवों में पहनने का खड़ाऊँ वानक उपकरण। पाँवरी। स्त्री० [सं० प्रतोली, प्रा० पओली, पवरी] १. ड्योढ़ी। पौरी। २. दरवाजा। द्वार। | 
			
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