| शब्द का अर्थ | 
					
				| पंचमांग					 : | पुं० [सं० पंचम-अंग, कर्म० स०] १. किसी काम चीज़ या बाँत का पाँचवाँ अंग। २. आधुनिक राजतंत्र में राज्य या शासन का वह पाँचवाँ अंग या विभाग जो गुप्त रूप से दूसरे देशों के देश-द्रोहियों से मिलकर और उन्हें अपनी ओर मिलाकर उन देशों को हानि पहुँचाता है। राज्य या शासन के शेष चार अंग ये हैं—स्थल-सेना, जल-सेना, वायु सेना और समाचार-प्रकाशन विभाग। (फिफ्थ कालम) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पंचमांगी (गिन्)					 : | वि० [सं० पंचमांग+इनि] पंचमां-संबंधी। पंचमांग का। पं० किसी देश या राज्य का वह निवासी जो दूसरे देशों के साथ गप्त संबंध स्थापित करके अपने देश को हानि पहुँचाता हो। शत्रुओं के साथ मिला हुआ देश-द्रोही। (फिफ्थ कालमिस्ट) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |