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			| शब्द का अर्थ |  
				| पंचीकरण					 : | पुं० [सं० पंचन्+च्वि, नलोप ईत्व√कृ+ल्युट्—अन] १. वेदांत में एक पद जो उस क्रिया का सूचक होता है जिसमें से पंचभूतों के द्वारा किसी चीज का संघटन होता है। (किसी चीज के संघटन में आधा अंश एक तत्त्व से बना होता है और शेष आधे अंश में बाकी चारों तत्त्वों का समान रूप से अस्तित्व माना जाता है।) २. हठयोग की एक सिद्धि, जिसके संबंध में यह माता जाता है कि इससे साधक जब चाहे तब अपना पहले वाला शरीर धारण कर सकता है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |