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			| शब्द का अर्थ |  
				| पंजिका					 : | स्त्री० [सं०√पंज्+इन्+कन्—टाप्] १. वह टीका जिसमें प्रत्येक शब्द का अर्थ स्पष्ट किया गया हो। २. यमराज की वह लेखाबही, जिसमें मनुष्यों के शूभाशुभ कर्मों का लेखा लिखा जाता है। ३. हिसाब या विवरण लिखने की पुस्तिका। (रजिस्टर) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |