| शब्द का अर्थ | 
					
				| पइ					 : | विभ०=पै (पर)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पइग					 : | पुं०=पग (डग)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पइज					 : | स्त्री०=पैज। (१. टेक। २. होड़)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पइठ					 : | स्त्री०=पैठ (पहुँच)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| पइठना					 : | अ०=पैठना (बैठना)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| पइता					 : | पुं०=पाइता (छन्द)। | 
			
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				| पइना					 : | वि०=पैना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| पइलइ					 : | वि०=परला। उदा०—सरवर पइलइ तीर=सरोवर का परला तट।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| पइला					 : | पुं० [?] अनाज नापने का एक तरह का पुरानी चाल का पाँच सेर की तौल का बड़ा बरतन। वि०=परला।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| पइसना					 : | अ०=पैठना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| पइसार					 : | पुं० [हिं० पइसना] पैठ। पहुँच। | 
			
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