| शब्द का अर्थ | 
					
				| पखा					 : | पुं० [?] दाढ़ी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) पुं० १.=पक्ष। २.=पंख। (जैसे—मोर-पखा)। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पखाउज					 : | पुं०=पखावज।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पखाटा					 : | पुं० [सं० पक्ष] धनुष का कोना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पखान					 : | पुं०=पाषाण। (पत्थर)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) पुं० [सं० उपाख्यान] किसी घटना या बात का लम्बा-चौड़ा ब्यौरा। मुहा०—पखान बखानना=बहुत ही विस्तार-पूर्वक किसी की त्रुटियों, दोषों आदि का उल्लेख करना। (पश्चिम)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पखाना					 : | पुं० [सं० उपाख्यान] कहावत। लोकोक्ति। पुं०=पाखाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पखा-पखी					 : | स्त्री० [सं० पक्ष] कई पक्षों की आपस में होनेवाली खींचातानी या विरोध। उदा०—पषा-पषी के पेषणैं सब जगत भुलाना।—कबीर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पखारना					 : | स० [सं० प्रक्षालन,प्रा० पक्खाड़न] किसी चीज पर पानी डालकर उस पर की धूल,मैल आदि छुड़ाना। धोकर साफ करना। धोना। जैसे—पाँव या बरतन पखारना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पखाल					 : | स्त्री० [सं० पक्ष+खल्ल] १. बैल आदि के चमड़े की बनी हुई पानी भरने की मशक। २. धौंकनी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पखाल-पेटिया					 : | वि० [हिं० पखाल+पेट+ईया (प्रत्य०)] १. पखाल अर्थात् मशक की तरह बहुत बड़े पेटवाला। २. बहुत खानेवाला। पेटू। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पखाली					 : | वि० [हिं० पखाल] पखाल अर्थात् मशक संबंधी। पुं० मशक से पानी भरनेवाला। भिश्ती। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पखावज					 : | स्त्री० [सं० पक्षावाद्य,प्रा० पक्खाउज्ज] मृदंग के आकार-प्रकार का परन्तु उससे कुछ छोटा एक प्रकार का बाजा। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पखावजी					 : | वि० [हिं० पखावज+ई (प्रत्य०)] पखावज-संबंधी। पुं० वह जो पखावज बजाकर अपनी जीविका चलाता हो अथवा पखावज बजाने में निपुण हो। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |