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			| शब्द का अर्थ |  
				| पचीसी					 : | स्त्री० [हिं० पचीस] १. एक ही प्रकार की पचीस वस्तुओं का समूह। जैसे—बैताल पचीसी (पचीस कहानियों का संग्रह) २. व्यक्ति की आयु के आरंभिक २५ वर्षों का समय,जिसे व्यगंय से ‘गदह पचीसी’ भी कहते हैं। ३. गणना का वह प्रकार जिसमें पचीस चीजों की एक इकाई मानी जाती है। जैसे—अमरूद,आम आदि की गिनती पचीसी गाही (१२५ फलों) की होती है। ४. चौसर का वह खेल जो पासों के स्थान पर सात कौड़ियाँ फेंककर खेला जाता है और जिसमें दाँवों का संकेत चित्त और पट्ट पड़नेवाली कौड़ियों की संख्या के विचार से होता है। ५. चौसर खेलने की बिसात। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |