| शब्द का अर्थ | 
					
				| पण्य					 : | वि० [सं० पण्+यत्]=पणितव्य। पुं० १. वह चीज जो खरीदी और बेची जाती हो। माल। सौदा। २. रोजगार। व्यापार। ३. बाजार। हाट। ४. दूकान। | 
			
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				| पण्य-क्षेत्र					 : | पुं० [ष० त०]=पण्य-भूमि। | 
			
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				| पण्य-चरित्र					 : | पुं० [ष० त०] किसी मंडी या हाट के बँधे हुए नियम या प्रथाएँ। | 
			
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				| पण्य-चिन्ह					 : | पुं० [ष० त०] दे० ‘वाणिज्य चिन्ह’। | 
			
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				| पण्य-दास					 : | पुं० [कर्म० स०] [स्त्री० पण्यदासी] वह दास जो धन लेकर उसके बदले में दास्यवृत्ति करता हो। | 
			
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				| पण्य-निचय					 : | पुं० [ष० त०] बेचने के लिए माल इकट्ठा करके रखना। | 
			
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				| पण्य-निर्वाहण					 : | पुं० [ष० त०] चुंगी या महसूल दिये बिना ही चोरी से माल निकाल ले जाना। (कौ०) | 
			
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				| पण्य-पति					 : | पुं० [ष० त०] १. बहुत बड़ा रोजगारी या व्यापारी। २. बहुत बड़ा साहूकार। नगर-सेठ। | 
			
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				| पण्य-पत्तन					 : | पुं० [ष० त०] १. वह नगर जिसमें अनेक मंडियाँ हों। २. मंडी। ३. बाजार। हाट। | 
			
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				| पण्य-परिणीता					 : | स्त्री० [कर्म० स०] रखेली स्त्री। | 
			
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				| पण्य-फल					 : | पुं० [ष० त०] व्यापार करने से प्राप्त होने वाली आय या लाभ। | 
			
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				| पण्य-भूमि					 : | स्त्री० [ष० त०] १. वह स्थान जहाँ वस्तुओं का व्यापार होता हो। २. मंडी। हाट। ३. गोदाम। | 
			
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				| पण्य-योषित					 : | स्त्री० [मध्य० स०] रंडी। वेश्या। | 
			
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				| पण्य-वस्तु					 : | स्त्री० [कर्म० स०] वे पदार्थ या वस्तुएँ जो बाजारों में बेंचने के उद्देश्य से बनाई जाती हैं। खरीद और बिक्री का माल। पण्य-द्रव्य। (कमोडिटी,मर्चेन्डाइज) जैसे—कपड़ा, कागज, गेहूँ, जौ आदि। | 
			
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				| पण्य-विलासिनी					 : | स्त्री० [कर्म० स०] वेश्या। | 
			
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				| पण्य-वीथि (का)					 : | स्त्री० [ष० त०] १. बाजार। २. छोटी दुकान। | 
			
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				| पण्य-शाला					 : | स्त्री० [ष० त०]=पण्य-वीथि (का)। | 
			
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				| पण्य-समवाय					 : | पुं० [ष० त०] व्यापारिक वस्तुओं का संग्रह। | 
			
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				| पण्य-स्त्री					 : | स्त्री० [कर्म० स०] वेश्या। | 
			
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				| पण्यांगना					 : | स्त्री० [पण्य-अंगना कर्म० स०] वेश्या। | 
			
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				| पण्यांधा					 : | स्त्री० [सं० पण्य√अंध् (अंधा करना)+अच्—टाप्] कँगनी नाम का कदन्न। | 
			
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				| पण्या					 : | स्त्री० [सं० पण्य+टाप्] मालकंगनी। | 
			
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				| पण्याजीव					 : | पुं०[सं० पण्य-आ√जीव् (जीना)+क] १. ऐसा व्यक्ति जिसकी जीविका पण्य अर्थात् रोजगार से चलती हो। रोजगारी। व्यापारी। | 
			
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				| पण्यजीवक					 : | पुं० [सं० पण्याजीव+कन्] १.=पण्याजीव। २. [पण्यजीव√कै ( चमकना)+क] बाजार। | 
			
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				| पण्यावर्त्त					 : | पुं० [सं०] क्रय-विक्रय लेन-देन आदि का व्यवहार। (ट्रैन्जैक्शन)। | 
			
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