| 
		
			| शब्द का अर्थ |  
				| पनीर					 : | पुं० [फा०] १. दही का वह घन अंश जो उसमें पानी निकाल देने पर बच रहे। २. फटे या फाड़े हुए दूध का घन अंश। छेना। मुहा०—(किसी को) पनीर चटाना=काम निकालने के उद्देश्य से किसी को कुछ खिलाना-पिलाना और खुशामद करना। पनीर जमाना=ऐसी बात करना जिससे आगे चलकर कोई बहुत उद्देश्य या स्वार्थ सिद्ध हो। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |