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			| शब्द का अर्थ |  
				| पन्ना					 : | पुं० [सं० पर्ण] एक तरह का गहरे हरे या फिरोजी रंग का बहुमूल्य रत्न। पुं० [हिं० पान] १. पृष्ठ। वरक। २. भेड़ों के कान का वह भाग जहाँ का ऊन काटा जाता है। ३. पान के आकार का जूते का वह अंग जिसे ‘पान’ कहते हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |