| शब्द का अर्थ | 
					
				| परिणाय					 : | पुं० [सं० परि√नी (ले जाना)+घञ्] १. किसी वस्तु को जिस दिशा में चाहे उस दिशा में चलाना। सब ओर चलाना। २. चौसर, शतरंज आदि की गोटियाँ एक घर से दूसरे घर में ले जाना या ले चलना। ३. ब्याह। विवाह। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| परिणायक					 : | पुं० [सं० परि√नी+ण्वुल्—अक] १. परिणय या विवाह करनेवाला, अर्थात् पति। २. पथप्रदर्शक। अगुआ। नेता। ३. सेनापति। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| परिणायक-रत्न					 : | पुं० [सं० कर्म० स०] बौद्ध चक्रवर्ती राजाओं के सप्तधन अथवा सात कोषों में से एक। | 
			
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