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			| शब्द का अर्थ |  
				| परिवर्तिका					 : | स्त्री० [सं० परि√वृत्+ण्वुल्—अक+टाप्, इत्व] एक प्रकार का क्षुद्र रोग जिसमें अधिक खुजलाने, दबाने या चोट लगने के कारण लिंगचर्म उलट कर सूज जाता है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| परिवर्तिका					 : | स्त्री० [सं० परि√वृत्+ण्वुल्—अक+टाप्, इत्व] एक प्रकार का क्षुद्र रोग जिसमें अधिक खुजलाने, दबाने या चोट लगने के कारण लिंगचर्म उलट कर सूज जाता है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |