| शब्द का अर्थ | 
					
				| परिसंहत					 : | [सं०] १. अच्छी तरह उठा हुआ। २. (कथन या लेख) जिसमें फालतू या व्यर्थ की बातें अथवा शब्द न हों। (टर्म) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| परिसंहत					 : | [सं०] १. अच्छी तरह उठा हुआ। २. (कथन या लेख) जिसमें फालतू या व्यर्थ की बातें अथवा शब्द न हों। (टर्म) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |