शब्द का अर्थ
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परोक्ष-दर्शन :
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पुं० [ष० त०] विशिष्ट प्रकार की आत्मिक शक्ति की सहायता से ऐसी घटनाओं, वस्तुओं, व्यक्तियों आदि के दृश्य या रूप दिखाई देना जो बहुत दूरी पर हों और साधारण मनुष्यों के दृश्य के बाहर हों। अतीन्द्रिय दृष्टि। (कलेरवायंस) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परोक्ष-दर्शन :
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पुं० [ष० त०] विशिष्ट प्रकार की आत्मिक शक्ति की सहायता से ऐसी घटनाओं, वस्तुओं, व्यक्तियों आदि के दृश्य या रूप दिखाई देना जो बहुत दूरी पर हों और साधारण मनुष्यों के दृश्य के बाहर हों। अतीन्द्रिय दृष्टि। (कलेरवायंस) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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