| शब्द का अर्थ | 
					
				| पर्यंक					 : | पुं० [सं० परि-अंक, प्रा० स०] १. पलंग। २. योग में एक प्रकार का आसन। ३. वीरों के बैठने का एक प्रकार का आसन या ढंग। ४. नर्मदा नदी के उत्तर ओर में स्थित पर्वत जो विन्ध्य पर्वत का पुत्र माना गया है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पर्यंक-पदिका					 : | स्त्री० [सं० पर्यंक-पाद, ब० स०, ठन्—इक, टाप्] एक तरह का सेम जिसकी फलियाँ काले रंग की होती हैं। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पर्यंक					 : | पुं० [सं० परि-अंक, प्रा० स०] १. पलंग। २. योग में एक प्रकार का आसन। ३. वीरों के बैठने का एक प्रकार का आसन या ढंग। ४. नर्मदा नदी के उत्तर ओर में स्थित पर्वत जो विन्ध्य पर्वत का पुत्र माना गया है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पर्यंक-पदिका					 : | स्त्री० [सं० पर्यंक-पाद, ब० स०, ठन्—इक, टाप्] एक तरह का सेम जिसकी फलियाँ काले रंग की होती हैं। | 
			
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