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			| शब्द का अर्थ |  
				| पर्यवसान					 : | पुं० [सं० परि-अव√सो (समाप्ति)+ल्युट्—अन] [भू० कृ० पर्यवसित] १. अंत। समाप्ति। २. अंतर्भाव। ३. क्रोध। गुस्सा। ४. अर्थ, आशय आदि के संबंध में होनेवाला ठीक ज्ञान या निश्चय। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| पर्यवसान					 : | पुं० [सं० परि-अव√सो (समाप्ति)+ल्युट्—अन] [भू० कृ० पर्यवसित] १. अंत। समाप्ति। २. अंतर्भाव। ३. क्रोध। गुस्सा। ४. अर्थ, आशय आदि के संबंध में होनेवाला ठीक ज्ञान या निश्चय। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |