शब्द का अर्थ
|
पलल :
|
वि० [सं०√पल् (गति)+कलच्] बहुत मुलायम। पिलपिला। पुं० १. मांस। गोश्त। २. शव। लाश। ३. राक्षस। ४. पत्थर। ५. बल। शक्ति। ६. दूध। ७. कीचड़। ८. तिल का चूर्ण। ९. वह मीठा पकवान या मिठाई जो तिल के चूर्ण से बनी हो। १॰. मल। गन्दगी। ११. सेवार। शैवाल। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पलल-ज्वर :
|
पुं० [ष० त०] पित्त (धातु)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पलल-प्रिय :
|
वि० [ब० स०] जिसे मांस खाना अच्छा लगता हो। पुं० १. राक्षस। २. डोम कौआ। द्रोण काक। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पललाशय :
|
पुं० [सं० पलल-आ√शी (सोना)+अच्] गलगंड या घेघा नामक रोग। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पलल :
|
वि० [सं०√पल् (गति)+कलच्] बहुत मुलायम। पिलपिला। पुं० १. मांस। गोश्त। २. शव। लाश। ३. राक्षस। ४. पत्थर। ५. बल। शक्ति। ६. दूध। ७. कीचड़। ८. तिल का चूर्ण। ९. वह मीठा पकवान या मिठाई जो तिल के चूर्ण से बनी हो। १॰. मल। गन्दगी। ११. सेवार। शैवाल। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पलल-ज्वर :
|
पुं० [ष० त०] पित्त (धातु)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पलल-प्रिय :
|
वि० [ब० स०] जिसे मांस खाना अच्छा लगता हो। पुं० १. राक्षस। २. डोम कौआ। द्रोण काक। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पललाशय :
|
पुं० [सं० पलल-आ√शी (सोना)+अच्] गलगंड या घेघा नामक रोग। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |