| शब्द का अर्थ | 
					
				| पल्ले					 : | अव्य० [हिं० पल्ला] प्राप्ति, स्थिति आदि के विचार से अधिकार, वश या स्वत्व में। पास या हाथ में। जैसे—उसके पल्ले क्या रखा है! अर्थात् उसके पास कुछ भी नहीं है। पुं०=प्रलय।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पल्लेदार					 : | वि० [हिं० पल्ला+फा० दार] १. जिसमें पल्ले लगे हुए हों। २. (आवाज या स्वर) जो अपेक्षाकृत अधिक ऊँचा, अधिक विस्तृत या अधिक जोरदार हो। पद—पल्लेदार आवाज=ऐसी ऊँची आवाज जो दूर तक पहुँचती हो। पुं० [हिं० पल्ला+फा० दार] [भाव० पल्लेदारी] १. वह जो गल्ले के बाजार में दूकानों पर अनाज तौलने का काम करता है। बया। २. अनाज ढोनेवाला मजदूर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पल्लेदारी					 : | स्त्री० [हिं० पल्लेदार+ई (प्रत्य०)] पल्लेदार का काम, पद, भाव या मजदूरी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पल्ले					 : | अव्य० [हिं० पल्ला] प्राप्ति, स्थिति आदि के विचार से अधिकार, वश या स्वत्व में। पास या हाथ में। जैसे—उसके पल्ले क्या रखा है! अर्थात् उसके पास कुछ भी नहीं है। पुं०=प्रलय।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पल्लेदार					 : | वि० [हिं० पल्ला+फा० दार] १. जिसमें पल्ले लगे हुए हों। २. (आवाज या स्वर) जो अपेक्षाकृत अधिक ऊँचा, अधिक विस्तृत या अधिक जोरदार हो। पद—पल्लेदार आवाज=ऐसी ऊँची आवाज जो दूर तक पहुँचती हो। पुं० [हिं० पल्ला+फा० दार] [भाव० पल्लेदारी] १. वह जो गल्ले के बाजार में दूकानों पर अनाज तौलने का काम करता है। बया। २. अनाज ढोनेवाला मजदूर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| पल्लेदारी					 : | स्त्री० [हिं० पल्लेदार+ई (प्रत्य०)] पल्लेदार का काम, पद, भाव या मजदूरी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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