| शब्द का अर्थ | 
					
				| पशु-पाश					 : | पुं० [ष० त०] १. वह फंदा या रस्सी जिससे पशु विशेषतः यज्ञ-पशु बाँधा जाता था। २. शैवदर्शन के अनुसार चार प्रकार के वे बंधन जिनसे सब जीव बँधे रहते हैं। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पशु-पाश					 : | पुं० [ष० त०] १. वह फंदा या रस्सी जिससे पशु विशेषतः यज्ञ-पशु बाँधा जाता था। २. शैवदर्शन के अनुसार चार प्रकार के वे बंधन जिनसे सब जीव बँधे रहते हैं। | 
			
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				उपलब्ध नहीं |