| शब्द का अर्थ | 
					
				| पशुप					 : | वि० [सं० पशु√पा (रक्षा करना)+क] पशुओं का पालन करनेवाला या स्वामी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पशुपतास्त्र					 : | पुं० [सं० पाशुपतास्त्र] महादेव का शूलास्त्र। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पशुपाल					 : | वि० [सं० पशु√पाल (पोषण)+णिच्+अण्] पशुओं को पालनेवाला। पुं० १. अहीर। ग्वाला। २. ईशान कोण का एक प्राचीन देश। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पशुपाशक					 : | पुं० [सं० पशुपाश√कै+क] एक प्रकार का रतिबंध। (काम-शास्त्र) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पशुप					 : | वि० [सं० पशु√पा (रक्षा करना)+क] पशुओं का पालन करनेवाला या स्वामी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पशुपतास्त्र					 : | पुं० [सं० पाशुपतास्त्र] महादेव का शूलास्त्र। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पशुपाल					 : | वि० [सं० पशु√पाल (पोषण)+णिच्+अण्] पशुओं को पालनेवाला। पुं० १. अहीर। ग्वाला। २. ईशान कोण का एक प्राचीन देश। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पशुपाशक					 : | पुं० [सं० पशुपाश√कै+क] एक प्रकार का रतिबंध। (काम-शास्त्र) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |