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			| शब्द का अर्थ |  
				| पादावृत्ति					 : | स्त्री० [सं०] साहित्य में, यमक अलंकार का एक भेद जिसमें पूरे पाद की आवृत्ति होती है। यथा—नंगन जड़ातीं ते वे नगड़ जड़ाती हैं।—भूषण। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| पादावृत्ति					 : | स्त्री० [सं०] साहित्य में, यमक अलंकार का एक भेद जिसमें पूरे पाद की आवृत्ति होती है। यथा—नंगन जड़ातीं ते वे नगड़ जड़ाती हैं।—भूषण। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |