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			| शब्द का अर्थ |  
				| पाशुपत-दर्शन					 : | पुं० [कर्म० स०] एक प्राचीन दर्शन जिसमें पशुपति, पाशु और पशु इन तीन सत्ताओं को मुख्य माना गया था और जिसमें पशु के पाश से मुक्त होने के उपाय बतलाये गये हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| पाशुपत-दर्शन					 : | पुं० [कर्म० स०] एक प्राचीन दर्शन जिसमें पशुपति, पाशु और पशु इन तीन सत्ताओं को मुख्य माना गया था और जिसमें पशु के पाश से मुक्त होने के उपाय बतलाये गये हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |