| शब्द का अर्थ | 
					
				| पाश्चात्य					 : | वि० [सं० पश्चात्+त्यक्] १. पीछे का। पिछला। २. पीछे होनेवाला। ३. पश्चिम दिशा का। ४. पश्चिमी महादेश में होने अथवा उससे संबंध रखनेवाला। पौरस्य का विपर्याय। जैसे—पाश्चात्य दर्शन, पाश्चात्य साहित्य। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पाश्चात्यीकरण					 : | पुं० [सं० पाशचात्य+च्वि, ईत्व√कृ+ल्युट्—अन] किसी देश या जाति को पाश्चात्य सभ्यता के साँचे में ढालना या पाश्चात्य ढंग का बनाना। (वेस्टर्नाइज़ेशन) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पाश्चात्य					 : | वि० [सं० पश्चात्+त्यक्] १. पीछे का। पिछला। २. पीछे होनेवाला। ३. पश्चिम दिशा का। ४. पश्चिमी महादेश में होने अथवा उससे संबंध रखनेवाला। पौरस्य का विपर्याय। जैसे—पाश्चात्य दर्शन, पाश्चात्य साहित्य। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पाश्चात्यीकरण					 : | पुं० [सं० पाशचात्य+च्वि, ईत्व√कृ+ल्युट्—अन] किसी देश या जाति को पाश्चात्य सभ्यता के साँचे में ढालना या पाश्चात्य ढंग का बनाना। (वेस्टर्नाइज़ेशन) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |