| शब्द का अर्थ | 
					
				| पिंजा					 : | स्त्री० [सं० पिंज+टाप्] १. हलदी। २. रूई। पुं०=पिंजरा (धुनिया)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिंजारा					 : | पुं० [सं पिंजन] रूई धुननेवाला कारीगर। धुनिया। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिंजारी					 : | स्त्री० [देश०] त्रायमाणा नाम की लता। गुरबियानी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिंजाल					 : | पुं० [सं०√पिंञ्ज्+आलच्] सोना। स्वर्ण। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिंजा					 : | स्त्री० [सं० पिंज+टाप्] १. हलदी। २. रूई। पुं०=पिंजरा (धुनिया)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिंजारा					 : | पुं० [सं पिंजन] रूई धुननेवाला कारीगर। धुनिया। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिंजारी					 : | स्त्री० [देश०] त्रायमाणा नाम की लता। गुरबियानी। | 
			
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				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिंजाल					 : | पुं० [सं०√पिंञ्ज्+आलच्] सोना। स्वर्ण। | 
			
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