| शब्द का अर्थ | 
					
				| पिठर-पाक					 : | पुं० [ष० त०] भिन्न-भिन्न परमाणुओं के गुणों में तेज के संयोग से होनेवाला फेर-फार। जैसे घड़े का पककर लाल होना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिठर-पाक					 : | पुं० [ष० त०] भिन्न-भिन्न परमाणुओं के गुणों में तेज के संयोग से होनेवाला फेर-फार। जैसे घड़े का पककर लाल होना। | 
			
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				उपलब्ध नहीं |