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			| शब्द का अर्थ |  
				| पित्त-स्थान					 : | पुं० [ष० त०] १. पित्ताशय। २. शरीर के अंदर के वे पाँच स्थान जिनमें वैद्यक के अनुसार पाचक, रंजक आदि ५ प्रकार के पित्त रहते हैं. ये स्थान आमाशय-पक्वाशय, यकृत, प्लीहा हृदय, दोनों नेत्रों और त्वचा हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| पित्त-स्थान					 : | पुं० [ष० त०] १. पित्ताशय। २. शरीर के अंदर के वे पाँच स्थान जिनमें वैद्यक के अनुसार पाचक, रंजक आदि ५ प्रकार के पित्त रहते हैं. ये स्थान आमाशय-पक्वाशय, यकृत, प्लीहा हृदय, दोनों नेत्रों और त्वचा हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |