| शब्द का अर्थ | 
					
				| पिप्पली					 : | स्त्री० [सं० पिप्पली+ङीष्] पीपल (लता)। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिप्पली-खंड					 : | पुं० [ष० त०] वैद्यक के अनुसार एक औषध जो पीपल के चूर्ण, घी, शतमूली के रस, चीनी आदि को दूध में पकाकर बनाई जाती है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिप्पलीमूल					 : | पुं० [ष० त०] पीपल की जड। पिपरामूल। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिप्पली					 : | स्त्री० [सं० पिप्पली+ङीष्] पीपल (लता)। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिप्पली-खंड					 : | पुं० [ष० त०] वैद्यक के अनुसार एक औषध जो पीपल के चूर्ण, घी, शतमूली के रस, चीनी आदि को दूध में पकाकर बनाई जाती है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिप्पलीमूल					 : | पुं० [ष० त०] पीपल की जड। पिपरामूल। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |