| शब्द का अर्थ | 
					
				| पियाल					 : | पुं० [सं०√पी (पीना)+कालन्, इयङ्] १. चिरौंजी का पेड़। पयार। २. उक्त पेड़ का बीज। पुं० [सं० पाताल] १. पाताल। २. गहराई। उदा०—पैसि पियाल काली नाग नाथ्यो।—मीराँ। पुं०=पयाल।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पियाला					 : | पुं०=प्याला।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पियाल					 : | पुं० [सं०√पी (पीना)+कालन्, इयङ्] १. चिरौंजी का पेड़। पयार। २. उक्त पेड़ का बीज। पुं० [सं० पाताल] १. पाताल। २. गहराई। उदा०—पैसि पियाल काली नाग नाथ्यो।—मीराँ। पुं०=पयाल।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पियाला					 : | पुं०=प्याला।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |