| शब्द का अर्थ | 
					
				| पिराना					 : | अ० [सं० पीड़ा+हिं० आना (प्रत्य०)] १. (किसी अंग का) दर्द करना। पीड़ा होना। २. पीड़ा या दुःख अनुभव करना। ३. किसी को दुःखी देखकर स्वयं दुखी होना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिराना					 : | अ० [सं० पीड़ा+हिं० आना (प्रत्य०)] १. (किसी अंग का) दर्द करना। पीड़ा होना। २. पीड़ा या दुःख अनुभव करना। ३. किसी को दुःखी देखकर स्वयं दुखी होना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |