| शब्द का अर्थ | 
					
				| पिरीतना					 : | अ० [सं० प्रीति] १. प्रीति या प्रेम करना। २. प्रसन्न होना। उदा०—समउ फिरैं रिपु होहिं पिरीते।—तुलसी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पिरीतना					 : | अ० [सं० प्रीति] १. प्रीति या प्रेम करना। २. प्रसन्न होना। उदा०—समउ फिरैं रिपु होहिं पिरीते।—तुलसी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |