| शब्द का अर्थ | 
					
				| पीड़-पखा					 : | पुं० [सं० अपीड+पक्ष=पंख] [स्त्री० अल्पा० पीड़-सखी] १. सिर पर की चोटी या बालों की पट्टी। २. सिर पर पहना जानेवाला एक प्रकार का आभूषण। उदा०—कै मयूर की पीड़ पखी री।—सूर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पीड़-पखा					 : | पुं० [सं० अपीड+पक्ष=पंख] [स्त्री० अल्पा० पीड़-सखी] १. सिर पर की चोटी या बालों की पट्टी। २. सिर पर पहना जानेवाला एक प्रकार का आभूषण। उदा०—कै मयूर की पीड़ पखी री।—सूर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |