| शब्द का अर्थ | 
					
				| पीरतन					 : | पुं० [हिं० पियरा+तन (प्रत्यय)] पीलापन। उदा०—कबीर हरदी पीरतनु हरै चून चिहनुन रहाइ।—कबीर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पीरतन					 : | पुं० [हिं० पियरा+तन (प्रत्यय)] पीलापन। उदा०—कबीर हरदी पीरतनु हरै चून चिहनुन रहाइ।—कबीर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |