| शब्द का अर्थ | 
					
				| पीह					 : | स्त्री० [सं० पीव=मोटा ?] चरबी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पीहर					 : | पुं० [सं० पितृ+गृह, हिं० घर] विवाहिता स्त्री की दृष्टि से उसके माता-पिता का घर। मैका। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पीहा					 : | पुं० [अनु०] पपीहे का शब्द। उदा०—पीहा पीहा रटत पपीहा मधुबन मैं।—रत्नाकर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पीहू					 : | पुं०=पिस्सू (कीड़ा)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पीह					 : | स्त्री० [सं० पीव=मोटा ?] चरबी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पीहर					 : | पुं० [सं० पितृ+गृह, हिं० घर] विवाहिता स्त्री की दृष्टि से उसके माता-पिता का घर। मैका। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पीहा					 : | पुं० [अनु०] पपीहे का शब्द। उदा०—पीहा पीहा रटत पपीहा मधुबन मैं।—रत्नाकर। | 
			
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				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पीहू					 : | पुं०=पिस्सू (कीड़ा)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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