| शब्द का अर्थ | 
					
				| पुंख					 : | पुं० [सं० पुंस√खन् (खोदना)+ड] १. तीर या वाण का वह हिस्सा जिसमें पंख लगाया जाता था। २. बाज (पक्षी) ३. मंगलाचार। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुंखित					 : | वि० [सं० पुंख+इतच्] १. जो पंख या पंखो से युक्त हो। २. वाण जिसके पिछले भाग में पंख लगे हों। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुंख					 : | पुं० [सं० पुंस√खन् (खोदना)+ड] १. तीर या वाण का वह हिस्सा जिसमें पंख लगाया जाता था। २. बाज (पक्षी) ३. मंगलाचार। | 
			
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				| पुंखित					 : | वि० [सं० पुंख+इतच्] १. जो पंख या पंखो से युक्त हो। २. वाण जिसके पिछले भाग में पंख लगे हों। | 
			
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