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			| शब्द का अर्थ |  
				| पुंलिंग					 : | पुं० [ष० त०] १. पुरुष का चिह्न। २. पुरुष का शिश्र, लिंग। ३. व्याकरण में संज्ञा शब्दों के दो वर्गों में से एक, जिसकी संज्ञाएँ नरों की सूचक होती हैं अथवा ऐसी चीजों की सूचक होती है, जो पुरुष वर्ग की समझी जाती हैं। (मैसकुलिन)। वि० नर या पुरुष वाचक (शब्द)। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| पुंलिंग					 : | पुं० [ष० त०] १. पुरुष का चिह्न। २. पुरुष का शिश्र, लिंग। ३. व्याकरण में संज्ञा शब्दों के दो वर्गों में से एक, जिसकी संज्ञाएँ नरों की सूचक होती हैं अथवा ऐसी चीजों की सूचक होती है, जो पुरुष वर्ग की समझी जाती हैं। (मैसकुलिन)। वि० नर या पुरुष वाचक (शब्द)। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |