| शब्द का अर्थ | 
					
				| पुन्न					 : | पुं०=पुण्य।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुन्नक्षत्र					 : | पुं०=पु-नक्षत्र। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुन्नपुंसक					 : | पुं० [सं०] संस्कृत व्याकरण में ऐसा शब्द जो पुलंग और नपुंसक लिंगी दोनों में चलता हो। जैसे—शिशिर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुन्नाग					 : | पुं० [सं०] सुल्तान चंपा (देखें) नामक वृक्ष। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुन्नार					 : | पुं०=पुंनाट। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुन्नाड़					 : | पुं०=पुंनाट। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुन्न					 : | पुं०=पुण्य।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुन्नक्षत्र					 : | पुं०=पु-नक्षत्र। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुन्नपुंसक					 : | पुं० [सं०] संस्कृत व्याकरण में ऐसा शब्द जो पुलंग और नपुंसक लिंगी दोनों में चलता हो। जैसे—शिशिर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुन्नाग					 : | पुं० [सं०] सुल्तान चंपा (देखें) नामक वृक्ष। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुन्नार					 : | पुं०=पुंनाट। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुन्नाड़					 : | पुं०=पुंनाट। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |