| शब्द का अर्थ | 
					
				| पुरखा					 : | पुं० [सं० पुरुष] [स्त्री० पुराविन] १. पूर्वज। मुहा०—पुरखे तर जाना=पूर्व पुरुषों को (पुत्र आदि के कृत्यों से) पर लोक में उत्तम गति प्राप्त होना। बहुत बड़ा पुण्य या उसका फल होना। कृत्य कृत्य होना। जैसे—उनके आने से तुम क्या, तुम्हारे पुरखे भी तर जायँगे। २. सयाना और वृद्ध व्यक्ति। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुरखा					 : | पुं० [सं० पुरुष] [स्त्री० पुराविन] १. पूर्वज। मुहा०—पुरखे तर जाना=पूर्व पुरुषों को (पुत्र आदि के कृत्यों से) पर लोक में उत्तम गति प्राप्त होना। बहुत बड़ा पुण्य या उसका फल होना। कृत्य कृत्य होना। जैसे—उनके आने से तुम क्या, तुम्हारे पुरखे भी तर जायँगे। २. सयाना और वृद्ध व्यक्ति। | 
			
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