शब्द का अर्थ
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पुरवना :
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स० [हिं० पूरना का प्रेर०] १. पूर्ण या पूरा करना। जैसे—मनोरथ पुरवना। मुहा०—साथ पुरवना=अन्त तक या पूरी तरह से साथ देना। २. इच्छा, कामना, प्रतिज्ञा आदि पूरी करना। उदा०—जन प्रहलाद प्रतिज्ञा पुरई सखा बिप्र दरिद्र हयौ।—सूर। अ० १. पूरा या पूर्ण होना। २. पूरा पड़ना। यथेष्ट होना। ३. पूर्ति होना। कमी दूर होना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुरवना :
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स० [हिं० पूरना का प्रेर०] १. पूर्ण या पूरा करना। जैसे—मनोरथ पुरवना। मुहा०—साथ पुरवना=अन्त तक या पूरी तरह से साथ देना। २. इच्छा, कामना, प्रतिज्ञा आदि पूरी करना। उदा०—जन प्रहलाद प्रतिज्ञा पुरई सखा बिप्र दरिद्र हयौ।—सूर। अ० १. पूरा या पूर्ण होना। २. पूरा पड़ना। यथेष्ट होना। ३. पूर्ति होना। कमी दूर होना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |