| शब्द का अर्थ | 
					
				| पुरसाँ					 : | वि० [फा० पुसाँ] पूछने या खोज-खबर लेनेवाला। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुरसा					 : | पुं० [सं० पुरुष] ऊँचाई या गहराई नापने की एक नाप जो उतनी ऊँची होती है जितना ऊँचा हाथ ऊपर उठाकर खड़ा हुआ साधारण मनुष्य होता है। लगभग साढ़े चार या पाँच हाथ की एक माप। जैसे—यह कुआँ या नदी चार पुरसा गहरी है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुरसाँ					 : | वि० [फा० पुसाँ] पूछने या खोज-खबर लेनेवाला। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुरसा					 : | पुं० [सं० पुरुष] ऊँचाई या गहराई नापने की एक नाप जो उतनी ऊँची होती है जितना ऊँचा हाथ ऊपर उठाकर खड़ा हुआ साधारण मनुष्य होता है। लगभग साढ़े चार या पाँच हाथ की एक माप। जैसे—यह कुआँ या नदी चार पुरसा गहरी है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |