| शब्द का अर्थ | 
					
				| पुष्प-भद्र					 : | पुं० [ब० स०] प्राचीन भारत की वास्तु-रचना में, एक प्रकार का मंडप जिसमें ६२ खंभे होते थे। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुष्प-भद्रक					 : | पुं० [ब० स०+कप्] देवताओं का एक उपवन। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुष्प-भद्र					 : | पुं० [ब० स०] प्राचीन भारत की वास्तु-रचना में, एक प्रकार का मंडप जिसमें ६२ खंभे होते थे। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुष्प-भद्रक					 : | पुं० [ब० स०+कप्] देवताओं का एक उपवन। | 
			
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