| शब्द का अर्थ | 
					
				| पूर्णप्रज्ञदर्शन					 : | पुं० [ष० त०] सर्वदर्शन संग्रह के अनुसार एक दर्शन जिसके प्रवर्तक पूर्णप्रज्ञ या मध्वाचार्य हैं। इसके अधिकतर सिद्धान्त रामानुज दर्शन के सिद्धान्तों से मिलते हैं। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पूर्णप्रज्ञदर्शन					 : | पुं० [ष० त०] सर्वदर्शन संग्रह के अनुसार एक दर्शन जिसके प्रवर्तक पूर्णप्रज्ञ या मध्वाचार्य हैं। इसके अधिकतर सिद्धान्त रामानुज दर्शन के सिद्धान्तों से मिलते हैं। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |