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			| शब्द का अर्थ |  
				| पूर्व-रूप					 : | पुं० [कर्म० स०] १. किसी काम, चीज या बात का पहलेवाला आकार, रूप या रंग-ढंग। जैसे—इस पुस्तक का पूर्वरूप ऐसा ही था। २. किसी वस्तु का वह रूप जो उस वस्तु के पूर्ण रूप से प्रस्तुत होने से पहले बनता और तैयार होता है। ३. साहित्य में एक अर्थालंकार, जिसमें किसी के विनष्ट, गुण; रूप, वैभव आदि के फिर से वापस या लौट आने का उल्लेख होता है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| पूर्व-रूप					 : | पुं० [कर्म० स०] १. किसी काम, चीज या बात का पहलेवाला आकार, रूप या रंग-ढंग। जैसे—इस पुस्तक का पूर्वरूप ऐसा ही था। २. किसी वस्तु का वह रूप जो उस वस्तु के पूर्ण रूप से प्रस्तुत होने से पहले बनता और तैयार होता है। ३. साहित्य में एक अर्थालंकार, जिसमें किसी के विनष्ट, गुण; रूप, वैभव आदि के फिर से वापस या लौट आने का उल्लेख होता है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |